L1

Cards (10)

  • पोशाकें मनुष्यों को विभिन्न श्रेणियों में बाँट देती हैं
  • पोशाक की समाज में मनुष्य का अधिकार और उसका दर्ज़ा निश्चित करती है
  • झुककर निचली श्रेणियों की अनुभूति को समझने के लिए पोशाक ही बंधन और अड़चन बन जाती है
  • बाज़ार में खरबूजे बेचने आई एक औरत कपड़े में मुँह छिपाए सिर को घुटनों पर रखे फफक-फफककर रो रही थी
  • उसका तेईस बरस का लड़का परसों सुबह साँप के डसने से मर गया था
  • उसकी बहू और पोते भूख से बिल-बिला रहे थे
  • वह बेबस होकर खरबूज़े बेचने आई थी ताकि उन्हें कुछ खिला सके
  • लेखक ने उसके दुख की तुलना अपने पड़ोस के एक संभ्रांत महिला के दुख से की
  • शहर भर के लोगों के मन उस पुत्र-शोक से द्रवित हो उठे थे
  • लेखक सोचता चला जा रहा था कि शोक करने, ग़म मनाने के लिए भी सहूलियत चाहिए और दु:खी होने का भी एक अधिकार होता है